सीमित संसाधन में सफलता:-
एक समय की बात है एक गांव था। जिसमें बहुत सुंदर और बड़ी नदी बहा करती थी। वहां पर कई नाव चलाने वाले थे। उनमें से ही एक रामू था। रामू काफी मेहनती नाविक था परंतु उसके पास बहुत पुरानी नाव थी। गांव के लोग उसका हमेशा मजाक उड़ाते थे। एक दिन उस गांव में बहुत बड़ा तूफान आया। तूफान इतना विकराल था कि सभी लोग भय के कारण घर में छुप गए परंतु रामू ने सोचा कि मैं एक नाविक हूं। मुझे अपने गांव वालों की मदद करनी चाहिए। उसने तुरंत अपनी नाव की मरम्मत की और गांव वालों की मदद के लिए निकल गया। वह धीरे-धीरे सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लगा। उस समय नदी का जलस्तर काफी ऊंचा था। कुछ-कुछ समय तो उसकी नाव पलटने ही वाली थी परंतु अपने हिम्मत से उसने सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। कुछ दिनों बाद नदी का जलस्तर समान हो गया। लोगों ने रामू की बहादुरी के लिए उसे सम्मानित किया और उससे पिछली सभी गलतियां के लिए माफी भी मांगी। गांव वालों ने उसे सम्मानित करने के लिए एक नई और मजबूत नाव तोहफे में दी। जिससे अब उसके गांव में रामू का सम्मान काफी बढ़ चुका था।
सीख:-
हमें अपनी मेहनत और काबिलियत से सीमित संसाधनों से भी सफलता मिल सकती हैं। आवश्यकता है तो प्रयास करने की।