एक समय की बात है दो दोस्त थे। वह दोनों ही पढ़ने में काफी तेज थे। इस आधुनिक युग में उन्हें लगा कि हमें भी मोबाइल की आवश्यकता है। कुछ दिनों बाद दोनों के पास भी मोबाइल आ चुका था। उन में से एक दोस्त को मोबाइल की जानकारी नहीं थी। वह सोचता था कि मोबाइल पर सिर्फ मनोरंजन किया जा सकता है परंतु दूसरा दोस्त मोबाइल की अच्छी जानकारी रखता था और मोबाइल से ही शिक्षा प्राप्त करने का प्रयास करता था। कुछ दिनों के बाद उनके परीक्षा आई। एक दोस्त मोबाइल में अपना मनोरंजन करता और दूसरा पढ़ाई। कुछ दिनों बाद परीक्षा का परिणाम आया इस बार पहले दोस्त का परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं था परंतु दूसरे दोस्त का परीक्षा परिणाम बहुत अच्छा था। तब दूसरे दोस्त ने पहले दोस्त से कहा मोबाइल का प्रयोग अगर संयम और समझदारी से किया जाए तो मोबाइल दोस्त है नहीं तो दुश्मन। इसके बाद दोनों ने मोबाइल की उपयोगिता समझ कर उसका प्रयोग करने लगे और सफल हुए।
सीख:-जैसे सिक्के के दो पहलू होते हैं। इस तरह किसी भी चीज के दो पहले होते हैं पहले अच्छे और दूसरे खराब। इसलिए हमें अच्छे पहलू पर ध्यान देकर काम करना चाहिए।