एक समय की बात है आर्यन नाम का एक बच्चा था। उसने काफी जादुई चीजों और जादू के बारे में किताबें पढ़ी थी। वह सोचता था कि काश मेरे पास भी कुछ जादू होता। एक दिन वह नदी किनारे इसी बात को सोच रहा था। तभी उसने देखा कि एक मोर को चोट लगी है और वह दर्द से परेशान है। आर्यन ने उसका इलाज किया। तब उस मोर ने उसे एक मोर पंख दिया और कहा यह जादुई मोर पंख है। जब तुम इससे किसी भी आकृति को बनाओगे वह जीवित हो जाएगा। इससे तुम अपने लिए और अपने दोस्तों के लिए खिलौने और खाना बनाना पर इस बात का ध्यान रखना जब भी तुम इसे कुछ बनाओगे ।यह जादुई मोर पंख तब तक तुमको देता रहेगा जब तक तुम उसे मिटा नहीं देते। आर्यन खुशी-खुशी अपने घर चला गया और रोज खुद भी खिलौने बनाते और दोस्तों को भी देता। मुकेश नाम का एक बहुत ही लालची व्यक्ति था। वह इस बात को जान गया कि आर्यन के पास एक जादुई मोर पंख है। उसने उसे चुरा लिया और खूब खिलौने बनाने का सपना देखने लगा। जैसे ही उसने खिलौने का चित्र बनाया। उससे काफी सारे खिलौने निकलने लगे परंतु उसे उन खिलौने को निकलने से रोकने का रास्ता नहीं आता था। जिसके कारण वह खिलौने के ढेर में दब गया और उसकी मृत्यु हो गई।
सीख:-हमें हमेशा अपनी चीजों में ही खुश रहना चाहिए। हमें यह कभी भी प्रयास नहीं करना चाहिए कि हम किसी का कैसे नुकसान करें। यह आवश्यक है कि हम अपना विकास करने में ध्यान दें।