एक समय की बात है रामू नाम का एक व्यक्ति था। वह फूल और मालाओं का व्यापार किया करता था। जिससे उसके घर का गुजारा होता था। उसकी एक छोटी सी बेटी भी थी। रामू का पड़ोसी काफी बड़ा व्यापारी था और बहुत ही दिलवाले व्यक्ति था। एक समय की बात है दिवाली आने वाली थी और रामू का व्यापार भी चल नहीं रहा था। वह बहुत चिंतित था कि मैं अपनी बेटी को इस बार दिवाली में खिलौने कैसे दिलाऊंगा। यह बात सड़क में गुजरते हुए बड़े व्यापारी ने सुन ली। उसने सोचा मैं रामू की मदद कर देता हूं परंतु वह यह भी जानता था कि वह काफी स्वाभिमानी व्यक्ति है। वह मेरी मदद कभी स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए उसने उपाय लगाया और संस्था वाले को बुलाया जिसे वह काफी दिनों से मदद करना चाहता था। उसने संस्था के व्यक्ति से कहा मैं आपको मदद के रूप में यह पैसे दे रहा हूं। इस पैसे से आप रामू नाम के व्यक्ति से माला खरीद लीजिए। जिससे आपकी और रामू दोनों की मदद हो जाएगी। इस प्रकार बड़े व्यापारी ने अपना पड़ोसी धर्म निभाया।
सीख:-हमें हमेशा अपने पड़ोसियों का सहयोग करना चाहिए। जिससे प्रेम और भाईचारे की भावना बनी रहती है।