दरवाजे का रहस्य कहानी | डर के आगे जीत है | अपने डर से कैसे जीते | story in hindi prerak Katha

दरवाजे का रहस्य कहानी:-
एक समय की बात है एक कैदी को फांसी होने वाली थी परंतु उस राज्य के राजा ने उसे दो रास्ते बताएं। पहले की वह फांसी को चुने या एक गुप्त दरवाजे को। किसी को भी पता नहीं था कि उस गुप्त दरवाजे के पीछे क्या है। उस कैदी ने सोचा कि उस गुप्त दरवाजे के पीछे कुछ भी हो सकता है जैसे हिंसक जानवर, जहरीले जीव। इसलिए उसने फांसी को चुना। जब उस कैदी को दंड दिया जाने वाला था। तब उस कैदी ने महाराज से पूछा महाराज इस दरवाजे के पीछे क्या है। तब महाराज मुस्कुराते हुए बोले इस दरवाजे के पीछे तुम्हारी आजादी थी। जिसे डर के कारण तुमने गवा दिया। हमारे राज्य में हम हर कैदी को एक बार आजाद होने का मौका देते हैं परंतु वह डर के कारण यह मौका हर बार गंवा देता है। 

सीख:-हमें अपने डर पर काबू रखना चाहिए। हमें हमारा जीवन काफी मौके देता है जिसे हम कोई ना कोई डर के कारण उस मौके को गवा देते हैं।
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