छोटी कहानी बड़ी सीख:-
एक चिड़िया था जो रोज आसपास से तिनके चुनकर लाता था और घोंसला बनाता था। परंतु उसका घोसला एक शैतान व्यक्ति हर बार तोड़ देता था। फिर भी उस चिड़िया ने कभी भी घोंसला बनाना बंद नहीं किया। एक बार फिर से चिड़िया ने घोंसला बनाया। फिर से उस शैतान व्यक्ति ने उसका घोंसला तोड़ दिया। यह सिलसिला चलता रहा आखिरकार थक हार के उस शैतान व्यक्ति ने घोंसला तोड़ना छोड़ दिया। उसके बाद उस चिड़िया ने घोंसला बनाया और उसमें अंडे दिए। जिससे छोटे-छोटे चिड़िया के बच्चे हुए। जब उस शैतान व्यक्ति ने उसे देखा तो वह भी बहुत खुश हुआ और उसकी सेवा करने लगा। वह उन्हें दाना डालता था। एक दिन जब उस व्यक्ति ने चिड़िया से पूछा कि मैं जब बार-बार घोसले को तोड़ देता था फिर भी तुमने घोंसला बनाना बंद क्यों नहीं किया। तब चिड़िया ने कहा वह तुम्हारा काम था और घोंसला बनाना मेरा काम है।
सीख:-हमें किसी भी परिस्थिति में अपने प्रयास को बंद नहीं करना चाहिए क्योंकि जब अच्छा समय आता है तो हमारी सफलता प्रयास खोजती है।