Power of man story: मुसीबत सहने की शक्ति

मुसीबत सहने की शक्ति:-
एक समय की बात है एक बुजुर्ग व्यक्ति था। उसे पेड़ पौधे लगाने का काफी शौक था। इसी प्रकार उसके बेटे और बहू को भी पेड़ पौधे लगाने का काफी शौक था  परंतु वह दोनों में एक ही अंतर था। बुजुर्ग व्यक्ति जो पेड़ों को लगाता और उसका उतना ही ध्यान रखना जितना उसकी आवश्यकता है परंतु उसका बेटा और बहू अपने बाग बगीचे को बहुत ज्यादा ही ध्यान रखते थे। एक दिन उस बुजुर्ग व्यक्ति ने अपने बेटे से कहा बेटा तुम इन पेड़ पौधों पर उतना ही ध्यान दो और उसकी उतनी ही सेवा करो ताकि वह आने वाली तकलीफों को झेलने में सक्षम हो। एक दिन उस क्षेत्र में काफी बड़ा तूफान आया जिसके कारण उस बुजुर्ग के बेटे और बहू का बगीचा पूरी तरह नष्ट हो गया परंतु जब उसे बुजुर्ग के बेटे ने देखा कि उसके पिता का एक भी लगाया हुआ पेड़ को कोई भी नुकसान नहीं हुआ है। तो वह चौक गया और अपने पिता से कहा यह सब कैसे हुआ। तब उसके पिता ने कहा यह सब मेरा नहीं इस पेड़ का कमाल है। मैं इस पेड़ का उतना ही ध्यान रखता था। जिससे वह खराब ना हो जाए। धीरे-धीरे इस पेड़ में इतनी शक्ति आ गई कि वह बड़े से बड़े तूफान को झेल सकता है। 

सीख:-हमें अपने आप को इतनी ही सुख सुविधा प्रदान करनी चाहिए ताकि अगर हमें दुख भी हो तो हम उसे आसानी से झेल सके।
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