कबूतर और बहेलिया की कहानी:-
एक समय की बात है एक कबूतर का झुंड था। वहां पर सभी कबूतर एक दूसरे के बात से कभी सहमत नहीं होते थे। वहां पर एक वृद्ध कबूतर भी था। वह कहता है कि तुम कभी भी एक दूसरे की बात से सहमत नहीं होते इसी तरह चलते रहा तो तुम लोग एक दिन बड़ी मुसीबत में पड़ जाओगे। एक दिन वह लोग आकाश में उड़कर घूम रहे थे तभी जमीन पर उन्हें बहुत सारे दाने दिखे सभी कबूतरों के मन में लालच आ गया और वह उसे खाने के लिए नीचे चले गए। उस समय उस वृद्ध कबूतर ने मना किया पर किसी ने उसकी बात नहीं मानी। इसका अंजाम हुआ कि वह सब बहेलिया के जाल में फंस गए और बचाव बचाव चिल्लाने लगे। तब वृद्ध कबूतर ने कहा तुम अपनी पूरी शक्ति लगाकर आकाश की और उड़ो। उन्होंने उस वृद्ध कबूतर की बात मानकर आकाश में उड़ना प्रारंभ किया। पर कुछ कबूतर कहते कि मैं दूसरी दिशा में उडूंगा और कुछ कबूतर दूसरी दिशा में होना चाहते थे। यही करते-करते वह जमीन पर गिर गए और उन्हें बहेलिया पकड़ कर ले गया।
सीख:-हमें हमेशा एक होकर रहना चाहिए क्योंकि एकता में काफी शक्ति होती है।