एक समय की बात है हवा को अपनी शक्तियों पर काफी घमंड हो गया था। वह सोचता था कि उसके समान दुनिया में शक्तिशाली कोई नहीं है। यह सब सूर्य भी देख रहा था। उसने सोचा हवा का घमंड मनुष्यों और पूरे जन-जीवन के लिए काफी खतरनाक साबित होगा। इसलिए उसने हवा को सबक सिखाने की ठानी। वह हवा के पास गया और कहा तुम्हें लगता है कि तुम काफी शक्तिशाली हो। तो तुम इस व्यक्ति का कोर्ट जो इसने अपने ऊपर पहना है। उसे खोल कर दिखाओ। हवा ने बहुत ही तेज आंधी चलाई परंतु वह व्यक्ति कोर्ट को कस के पकड़ लिया और हवा उस कोर्ट को ना खोल सका। उसके बाद सूर्य की बारी आई। उसने बहुत ही तेज धूप कर दी जिसके कारण व्यक्ति को गर्माहट का एहसास हुआ और उसने कोर्ट को खोल दिया। इससे हवा को यह समझ में आ गया कि उसकी शक्तियां सीमित है और उसने सूर्य से माफी मांगी।
सीख:-हमें कभी अपनी शक्तियों पर घमंड नहीं करना चाहिए।