Skip to main content

Short story:भूख से भोजन की पहचान

भूख से भोजन की पहचान:-
एक समय की बात है रोहित नाम का एक बच्चा था। वह खाने का काफी शौकीन था परंतु वह जितना खाना खा पता उससे ज्यादा ही खाना लेता था और खाने को बर्बाद किया करता था। यह सब उसके मां-बाप देख कर बहुत परेशान हुआ करते थे। वह सोचते थे कि इसे कब भोजन का महत्व पता चलेगा। एक दिन रोहित के माता-पिता ने उसे सबक सिखाने की ठानी और ऐसा दिखाया कि उसके घर से पैसे की चोरी हो गई है। अब वह काफी निर्धन है उनके पास खाने तक के लिए पैसे नहीं है। कुछ दिन तो सब ठीक चला। कुछ दिनों बाद रोहित को पेट भर भी खाना नहीं मिलने लगा। जब वह स्कूल गया। तब उसके शिक्षकों ने उसे कुछ खाने को दिया। उसने उसे बिना बर्बाद किया पूरा खत्म किया। तब वहां उसके माता-पिता आते हैं और कहते हैं कि भोजन बहुत अनमोल चीज है। हमें इसका संरक्षण करना चाहिए। तब से रोहित ने एक प्रण लिया कि वह भोजन को बर्बाद नहीं करेगा ना ही किसी को करने देगा। 

सीख:-हम भोजन के बिना जीवित नहीं रह सकते। इसलिए कहा जाता है कि जब मनुष्य को भूख लगती है। तब भोजन की असली कीमत उसे पता चलती है।

People also see:-
                             

Comments

Popular posts from this blog

कैसे हुई दुर्गा माता की उत्पत्ति ( Story of Navratri in hindi ) dharmik Hindi Katha

मोबाइल दुश्मन या दोस्त। हिंदी कहानी। mobile phone। story in hindi। Inspirational story

ईमानदार लकड़हारा और सुनहरे कुल्हाड़ी की कहानी | बच्चों के लिए दिलचस्प कहानी ( Story of honest woodcutter )

गरीब की चप्पल | गरीब की मेहनत की कहानी ( Story of hardwork of poor )

पंचतंत्र की कहानी: रात के बाद दिन भी आता है ( story in Hindi of bright future )

Jivitputrika vrat katha : जीवित्पुत्रिका व्रत कथा | जीवित्पुत्रिका व्रत क्यों की जाती है

गरीब भक्त की भक्ति हिंदी कहानी ( Garib bhakt ki bhakti Hindi kahani )

चींटी और टिड्डे की कहानी | मेहनत का फल | हिंदी प्रेरक प्रसंग कहानी ( Story of Ant and Grasshopper )

Dream story: घर का सपना

God Ganesh: भगवान गणेश जन्म कथा