अकबर बीरबल की कहानी। बीरबल की चतुराई। Akbar Birbal ki kahani। कहानी

बीरबल की चतुराई:-
एक समय की बात है अकबर के दरबार में पूरे राज्य में बीरबल की तारीफों के पुल बांधे जा रहे थे। एक दिन अकबर के दरबार से काफी महंगा हार चोरी हो गया। तब अकबर ने बीरबल से कहां बीरबल आप तुरंत चोर का पता लगाइए। बीरबल ने सभी सैनिकों और नौकरों को लेकर एक तबेले में गया। उसे तबेले में गधा रहता था। बीरबल ने कहा यह गधा जादू है। सब इसकी पूछ को छुएंगे। तब यह मुझे बता देगा कि कौन चोर है। उसके बाद बीरबल ने सभी के हाथों को गौर से देखा। उसके बाद बीरबल ने चोर को पकड़ लिया और कहां इस सैनिक की तलाशी लो। तभी उसके पास वह हार बरामद कर लिया गया। जब अकबर ने पूछा कि बीरबल तुमने यह कैसे किया तब बीरबल ने कहा कि मैंने गधे की पूछ में खास प्रकार का इत्र छिड़क दिया था। जो चोर था उसने चोर से अपनी हाथ को धो लिया था। सभी की हाथ से यह इत्र की सुगंध आ रही थी पर इस सैनिक की हाथ पर इस इत्र का सुगंध नहीं था। 

सीख:-हमें हमेशा सच्चाई का मार्ग पर चलना चाहिए क्योंकि चोर कितना भी शातिर हो उसे पकड़ने का डर हमेशा होता है।
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